UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ?
UPSC प्रत्येक वर्ष निम्नलिखित सेवाओं में अधिकारियों के चयन हेतु इस परीक्षा का आयोजन करता है :
- अखिल भारतीय सेवाएं
- समूह ‘ए’ सेवाएं
- समूह ‘बी’ सेवाएं
अब हम बारी–बारी से इन सभी सेवाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे।
अखिल भारतीय सेवाएं
इन सेवाओं में निम्नलिखित अधिकारियों का चयन किया जाता है :–
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
- भारतीय वन सेवा (IFoS)
समूह ‘ए’ सेवाएं
इन सेवाओं में भी निम्नलिखित अधिकारियों का चयन किया जाता है :–
- भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- भारतीय राजस्व सेवा (IRS)
- भारतीय व्यापार सेवा (ITS)
- संचार संबंधित: सूचना सेवा (IIAS)
इन सेवाओं की तरह समूह ‘बी’ सेवाएं में भी कही प्रकार के अधिकारी बनते है, जिनमे पांडिचेरी : सिविल सेवा और पुलिस सेवा जैसे अधिकारी का चयन किया जाता है।
UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ?
यदि आप उपरोक्त सेवाओं में से किसी भी सेवा में अधिकारी बनना चाहते हैं, तो आपको इस परीक्षा के तीन चरणों —
- प्रारम्भिक परीक्षा (Prelims Exam)
- मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
- साक्षात्कार ( Interview)
से गुजरना होगा , फिर आपकी मेधा, प्राथमिकता और रिक्तियों के आधार पर आपके चयन का निर्धारण होगा।
न्यूनतम आयु और प्रयासों की सीमा :
आयु की गणना दिए गए वर्ष के पहली अगस्त से की जाती है। किसी भी श्रेणी के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष है। अधिकतम आयु वर्ग की आधार पर भिन्न होती है :—
- GEN – 32 वर्ष ( 6 Attempts)
- OBC – 35 वर्ष ( 9 Attempts)
- SC/ST – 37 वर्ष ( No Limit Attempts)
- Disabled – 42 वर्ष ( No Limit Attempts)
Note: जम्मू व कश्मीर राज्य के निवासी या भूतपूर्व सैनिकों को अतरिक्त 5 वर्ष की छूट मिलती है
शैक्षणिक योग्यता :
- (ग्रेजुएशन) स्नातक अवश्य होना चाहिए। UPSC में आवेदन के लिए कॉलेज में न्यूनतम प्रतिशत, ग्रेड या सीजीपीए की अवश्यकता नही है। उन्हें केवल फाइनल स्नातक प्रमाणपत्र / मार्कशीट की जरूरत है।
- स्नातक के अंतिम वर्ष या सेमेस्टर के छात्र आवेदन कर सकते है। बशर्ते वे मुख्य परीक्षा के आवेदन पत्र (DAF) भरने से पहले अंतिम वर्ष / सेमेस्टर मार्कशीट प्राप्त करने वाले हो।
UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ?
UPSC क्या है : एक परिचय
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को ही सिविल सेवा परीक्षा कहते हैं। यह परीक्षा भारत के सर्वश्रेष्ठ परीक्षाओं में से एक माना जाता हैं। इस परीक्षा में हर साल लगभग लाखो अभियार्थियो परीक्षा देते है लेकिन इसमें कुछ गिने चुने ही छात्र सफल हो पाते हैं। सिविल सेवा परीक्षा के तीन चरण होते हैं- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार।
प्रारंभिक परीक्षा :
- प्रारंभिक परीक्षा का दो प्रश्न पत्र होते है :— 1. सामान्य अध्ययन एवं 2. सीएसएटी ( CSAT)
- दोनों प्रश्न पत्र बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न यानी की (Objective Type Questions) होते है। जिनमे प्रश्न के साथ 4 विकल्प (a,b,c,d) दिए होते है, उनमें से आपको सही विकल्प चुनना होता है।
- प्रारंभिक परीक्षा 200 अंक के होते है।
- प्रश्न पत्र — 1 यानी सामान्य अध्ययन में 100 प्रश्न होते है, प्रत्येक प्रश्न 2 अंक के होते है तथा नेगेटिव मार्किंग भी होता है, अर्थात 3 गलत उत्तर होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जाते है।
- प्रश्न पत्र — 2 यानी सीएसएटी (CSAT) में 80 प्रश्न होते है, प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंक के होते है तथा इनमे भी नेगेटिव मार्किंग होता है (1/3)। यह प्रश्न पत्र क्वालीफाइंग रूप में होता है, इस पेपर में आपको 33% अंक प्राप्त करना अनिवार्य ही यानी 66 अंक।
- ध्यान रखें प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न पत्र —1 में प्राप्त अंक के आधार पर, मुख्य परीक्षा के लिए चयन किया जाता है।
मुख्य परीक्षा :
- मुख्य परीक्षा कुल 1750 अंकों की है जिसमें 1000 अंक सामान्य अध्ययन के लिये (250-250 अंकों के 4 प्रश्नपत्र), 500 अंक एक वैकल्पिक विषय के लिये (250-250 अंकों के 2 प्रश्नपत्र) तथा 250 अंक निबंध के लिये निर्धारित हैं।
- मुख्य परीक्षा में ‘क्वालिफाइंग’ प्रकृति के दोनों प्रश्नपत्रों (अंग्रेज़ी एवं हिंदी या संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कोई भाषा) के लिये 300-300 अंक निर्धारित हैं, जिनमें न्यूनतम अर्हता अंक 25% (75 अंक) निर्धारित किये गए हैं। इन प्रश्नपत्रों के अंक योग्यता निर्धारण में नहीं जोड़े जाते हैं।
- मुख्य परीक्षा में अलग-अलग शब्द सीमा वाले वर्णनात्मक (Descriptive) या व्यक्तिनिष्ठ (Subjective) प्रश्न पूछे जाते हैं।
साक्षत्कार :
- सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम एवं महत्त्वपूर्ण चरण साक्षात्कार (Interview) कहलाता है।
- यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू के लिये कुल 275 अंक निर्धारित किये गए हैं।
- इंटरव्यू के दौरान अभ्यर्थियों के व्यक्तित्व का परीक्षण किया जाता है, जिसमें आयोग में निर्धारित स्थान पर इंटरव्यू बोर्ड के सदस्यों द्वारा मौखिक प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनका उत्तर अभ्यर्थी को मौखिक रूप से ही देना होता है।
नोट:
मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार में प्राप्त किये गए अंकों के योग के आधार पर अंतिम रूप से मेधा सूची (मेरिट लिस्ट) तैयार की जाती है। इसके पश्चात् अन्तिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की जाती है।
UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ?
UPSC पाठ्यक्रम :—
प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम :
प्रश्नपत्र –1 ( सामान्य अध्ययन )
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारतीय और विश्व भूगोल — भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल
- भारतीय राजव्यवस्था और शासन — संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायतीराज, लोकनीति, अधिकार, मुद्दे, आदि
- आर्थिक और सामाजिक विकास — गरीबी, समावेश, जनसांख्यिक, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर समान्य मुद्दे — इसके लिए विशेष विशेषज्ञता की जरुर नहीं है
- समान्य विज्ञान
प्रश्रपत्र – 2 ( CSAT )
- बोधगम्यता
- तार्किक ओर विश्लेषणात्मक क्षमता
- सामान्य मानसिक क्षमता
- मूल संख्या ( संख्या और उनके संबंध, परिणाम के क्रम, आदि ) आंकड़ा निर्वाचन ( चार्ट, ग्राफ, टेबल, आदि )
- कॉम्प्रिहेंशन
- निर्णय लेना और समस्या – समाधान ( जबकि ये पाठ्यक्रम का हिस्सा है, लेकिन हिंदी भाषीय क्षेत्रों के उम्मीदवारों द्वारा विरोध करने के कारण 2015 से नही पूछा गया है।
Qualifying Paper ( अर्हक भाषा प्रश्नपत्र )
- प्रश्न पत्र — ‘ए’ : अंग्रेजी
- दिए गए गद्यांश को समझना
- संक्षेपन, लघु निबंध
- शब्द प्रयोग व शब्द भंडार
- प्रश्न पत्र — ‘बी’ : भारतीय भाषा
- दिए गए गद्यांश को समझना
- संक्षेपन, लघु निबंध
- शब्द प्रयोग और शब्दाबली
- Eng to Hindi और Hindi to Eng में translate (अनुवाद)
इन प्रश्नों में प्राप्त अंकों को योग्यता क्रम निर्धारित करने में नहीं गिना जाएगा, लेकिन इन दोनों क्वालिफाइंग विषय में कम से कम 25% यानी 75 अंक लाना अनिवार्य हैं।
निबंध : (250 अंक)
विद्यार्थियों को कुल आठ (8) निबंध दिए गए होते हैं जिनमें से उन्हें 1200 से 1500 शब्दों में दो निबंध लिखने होते हैं।
General Studies GS : 1
- इतिहास, भूगोल, भारतीय समाज
General Studies GS : 2
- राज्व्यवस्था, शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय, अंतरराष्ट्रीय संबंध
General Studies GS : 3
- अर्थव्यवस्था, विज्ञान, पर्यावरण, सुरक्षा
General Studies GS : 4
- नैतिकता, सत्यनिष्ठा, अभिक्षमता
वैकल्पिक विषय :
अभ्यार्थीयों को दो वैकल्पिक विषय यानी कि ऑप्शनल सब्जेक्ट का चुनाव करना होता है। प्रत्येक ऑप्शनल सब्जेक्ट 250 – 250 नंबर के होते हैं। वैकल्पिक विषय 1 और वैकल्पिक विषय 2, दोनों प्रश्न पत्र का कुल अंक 500 होते है।
—————–
मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम पढ़ने के लिए क्लिक करे CLICK HERE
![UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ? UPSC क्या हैं पूरी जानकारी : UPSC Crack कैसे करें ?](data:image/svg+xml;base64,PHN2ZyB4bWxucz0iaHR0cDovL3d3dy53My5vcmcvMjAwMC9zdmciIHdpZHRoPSIzMjAiIGhlaWdodD0iMzIwIiB2aWV3Qm94PSIwIDAgMzIwIDMyMCI+PHJlY3Qgd2lkdGg9IjEwMCUiIGhlaWdodD0iMTAwJSIgc3R5bGU9ImZpbGw6I2NmZDRkYjtmaWxsLW9wYWNpdHk6IDAuMTsiLz48L3N2Zz4=) |
UPSC क्या है? |